* संस्कृत में दश लकार होते हैं -- ( लकार से संस्कृत में काल का ज्ञान होता है) १. लट् लकार (वर्तमान काल ) २. लोट् लकार (आदेश देने अर्थ में) ३ . लड्॒ लकार ...
अपादान कारक जब संज्ञा या सर्वनाम के किसी रूप से किन्हीं दो वस्तुओं के अलग होने का बोध होता है, तब वहां अपादान कारक होता है। अपादान कारक का विभक्ति चिन्ह = से (अलग होना अर्थ में)...