सन्धि (सम् + धि) शब्द का अर्थ है 'मेल' या जोड़। दो निकटवर्ती वर्णों के परस्पर मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है वह संधि कहलाता है। संस्कृत, में परस्पर स्वरो या वर्णों के मेल से उत्पन्न विकार को सन्धि...
(कर्म को प्रधान रूप से कहने के लिए कर्मवाच्य का प्रयोग होता है। कर्मवाच्य में कर्ता में तृतीया, कर्म में प्रथमा तथा क्रिया कर्म के अनुसार चलती है। सकर्मक धातुओं का ही कर्मवाच्य में प्रयोग होता है तथा धातु...
साथ के योग में विभक्ति
साकम्, सार्धम्, समम् के साथ तृतीया विभक्ति होती है
नक्षत्रेण सह चन्द्रमा उदेति = ताराओं के साथ चन्द्रमा उगता है ।अन्यया भाषया सह संस्कृतमपि अवश्यं शिक्षेयुः...
QUESTION
Q) Let ‘A’ = (x^2 - 3x + 4) / (x^2 + 3x + 4) Then the minimum value that ‘A’ can undertake for all real values of x, lies in which of these intervals? A) (-inf, -2) B)...
1
अहम् गच्छामि |
I go
2
आवां गच्छावः
We two go
3
वयं गच्छामः
We go
4
त्वं गच्छसि
You go
5
युवां गच्छथः
You two go
6
यूयं गच्छथ
You go
7
सः गच्छति
He goes
8
तौ...