अधिकरण कारक अधिकरण का अर्थ – आश्रय। संज्ञा का वह रूप जिससे क्रिया के आधार का बोध हो उसे अधिकरण कारक कहते हैं। अधिकरण कारक के विभक्ति चिन्ह = में, पर अधिकरण कारक के...
करण कारक क्रिया को पूर्ण करने में करने में जो सबसे ज्यादा सहायता करता है उसे '' करण '' कहते हैं। उदाहरण = वह गेंद से खेलता है ( इस उदाहरण में गेंद खेल में सबसे ज्यादा सहायक...
विकार अर्थ में विभक्ति जिस अंग के विकार से शरीर में विकृति लक्षित हो (दिखाई दे) उस अंग में तृतीया विभक्ति होती है। नेत्रेण अन्धः अस्ति = आंख से अन्धा है। क्रिया की विशेषता...