Know Your Voice Before You Sing - Induction Course
Who can Enroll :
1. Aspairents of any form of singing : Clasical, Semi Classical, Light etc.
2. Ability to hear pitch accurately - some singing experience preferred.
संगीतभूषण संगीत अकादमी के औरसे पिछले बारा सालसे ‘‘आवाजसंबंधी विभिन्न धारणाएं तथा आवाजका विज्ञान’’ इस विषयपर कार्य चल रहा हैं । इस विषयपर चर्चा संगोश्ठी अथवा व्याख्यान का आयोजन किया जा सकता हैं । व्याख्यानमें आवाज विज्ञान के बारेमें सप्रयोग मार्गदर्शन किया । संगीतभूषण संगीत अकादमी के संस्थापक श्री राजेन्द्र मणेरीकरजीने लंदनमें छह महने रहकर जानेमाने आवाजविशेषज्ञ प्रो. लाॅकलिन ब्रव्हेरीज द्वारा आवाज की विदया प्राप्त की हैं । प्रो. देवधरजी के बाद वे एक ऐसे भारतीय संगीत अभ्यासक हैं, जिन्होने ‘आवाज’ इस विषयमें विश्वमें कैसे विचार किया जाता हैं, तथा भारतीय संगीत के लिये इसका क्या महत्त्व हैं इसको समग्रतासे समझने तथा समझाने का प्रयास किया हैं ।
शरीररचनाशास्त्र, ध्वनीभौतिकी तथा श्रवणअनुभूतीविज्ञान इन बुनियादी तत्त्व-आधारपर, दुनियाभरमें आवाज साधनाकी जो विशिष्ठ पध्दती अपनायी जाती है, उस पध्दतीसे, अर्थात, आवाजसाधनासे भारतीय गायकोंको अवगत कराना यह इस कार्यशाला का मकसद हैं । हमारा शास्त्रीय कंठसंगीत चाहे संपन्नताके चरमसीमा पर हो, लेकीन, वही संगीत संजोनेवाले, ‘आवाज’ इस महत्त्वपूर्ण विषयके अभ्यासके बारेमें हमारा दृश्टीकोण वैज्ञानिक नही हैं यह बडे अफसोसकी बात हैं। एक और सारी दुनिया आवाज इस विषयको विज्ञानके तौर पर अपना रही हैं, तो दुसरी और भारतीय गायन इस विज्ञानसे कोसो दूर पडा नजर आता हैं । हमारा संगीत जितना समृध्द है उतना उसी संगीतका आवाजद्वारा प्रकटीकरण समृध्द नही हैं । युवा तथा वरीश्ठ गायक वर्गमें आवाजकी बहोत सारी समस्याएं पैदा हो रही हैं, क्योंकी, प्रकटीकरणके एकमात्र माध्यमका, अर्थात आवाज अभ्यासका कोईभी आधार लेना हम जरुरी नही समझते । आवाजके संबंधमें हमारी धारणाएं विभिन्न है क्योंकी उन धारणाओंमें विज्ञान की अनुपस्थिती हैं, यह इस कार्यशालाके परिणामस्वरुप प्रतीत होता हैं । आवाज का विज्ञान क्या हैं ? वह मानवी कंठमें कैसे निर्माण होती हैं, अपनी आवाज को कैसे पहचानना चाहिए ? उसे कैसे संम्भालना होगा और लंबी उम्र तक गानेके हेतू उसकी कैसी परवरीश करनी चाहिए ? ऐसे महत्त्वपूर्ण प्रश्नांेपर कार्यशाला के प्रश्नोत्तरी सत्रमें प्रकाश डाला जाता हैं । संगीतभूषण अकादमी द्वारा आवाजसाधना की पध्दती सिखाई जाती हैं । इसके प्रगत अध्ययन हेतू एक साल का पदविका पाठयक्रम भी निर्धारीत किया गया हैं । इस पाठयक्रम को सीखने के लिए संगीतभूषण अकादमीकी छात्रवृत्ती तथा अन्य योजनाआंेके बारेमेभी जानकारी इस कार्यशालामें दी गई । इस विषयके आयोजन संबंध में जिन्हे रुची हैं, वे सचिन चंद्रात्रे, दूरभाष - 9422274689 इन्हे संपर्क कर सकते हैं ।